एक टक
तेरी रह पे
एक रट
तेरे नाम का
हर ख्याल
तेरी याद में
हर नजर
तेरे रूप को
हर कदम
तेरे साथ को
हर सुबह
तू साथ हो
हर शाम
तू पास हो
तेरे बिना
ना जी लगे
तेरी क़सम
तू ख़ास है
तू दूर है
पर पास है
तू दूर जा
तो मेरे साथ
तू पास आ
तो मेरे पास
मै खफा
नहीं - नहीं
कोई खता
ना हो कभी
तू जुदा
ना हो कभी
इक नशा
तरी नज़र
हर अदा पे
तेरा असर
तू है तो
खुश हूँ मै
जो तू नहीं
तो कुछ हूँ मै
है सब जगह
तनहाइयाँ
उफ़ ये क्या
है हो गया
मै कहा
हूँ खो गया
कोई मुझे
बता सके
कि तू मुझे
बचा सके
है तुमसे कुछ
कहना मुझे
है तेरे संग
रहना मुझे
कुछ तो कर
तू कुछ तो कर
मेरे संग जी
या संग मर
संग जी या संग मर..........
chaukas hai bhai
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