Friday, January 27, 2017

yaado k rang

सीने में सुलगती तुम्हारे प्यार की ये जो आग है... इसे दूरी की हवा ने और भी भड़का दिया है..
अब तो इसकी आंच इतनी बढ़ गई है की इसकी गर्मी मेरे दिल तक पहुच गयी है...
जिसकी गर्मी से दिल पे चढ़े तुम्हारे यादो के रंग भाप बन के गहरे बादल बन जा रहे हैं....
जो बिना कहे इन आँखों से बारिस बन के झर झर बहने लगते हैं.....

............................................ :(

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