उस दर्द को कैसे बयां करू
जिसकी आह सुनाई नही देता.
उस चोट का क्या अनुमान करू
जिसका जख्म दिखाई नहीं देता
आँखे छलकती तो जाहिर होता
दिल का रोना दिखाई नहीं देता
तुझे पाने की गुहार मै किस से करू
मेरा प्यार किसी को सुनाई नहीं देता
तेरे बिना मै अब क्या करू
सिवा तुम्हारे कुछ दिखाई नहीं देता
ये जो हो गई है घुटन इसका क्या करू
कोई मकदस अब जिंदगी का दिखाई नहीं देता..
एक उम्मीद आखिरी तुम ही हो
और कोई मेरे साथ दिखाई नहीं देता
आ जाओ पास अब कितना इन्तजार करू
इससे ज्यादा मुझसे कुछ भी कहा नहीं जाता...
................................................... miss u badly kuhu - pihu
जिसकी आह सुनाई नही देता.
उस चोट का क्या अनुमान करू
जिसका जख्म दिखाई नहीं देता
आँखे छलकती तो जाहिर होता
दिल का रोना दिखाई नहीं देता
तुझे पाने की गुहार मै किस से करू
मेरा प्यार किसी को सुनाई नहीं देता
तेरे बिना मै अब क्या करू
सिवा तुम्हारे कुछ दिखाई नहीं देता
ये जो हो गई है घुटन इसका क्या करू
कोई मकदस अब जिंदगी का दिखाई नहीं देता..
एक उम्मीद आखिरी तुम ही हो
और कोई मेरे साथ दिखाई नहीं देता
आ जाओ पास अब कितना इन्तजार करू
इससे ज्यादा मुझसे कुछ भी कहा नहीं जाता...
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